ज्ञानयेाग, कर्मयोग तथा भक्तियोग कौन-सा योग किसके लिए उत्तम है?
भगवान ने ज्ञानयेाग, कर्मयोग तथा भक्तियोग का वर्णन किया है, उनके लक्षण बताए हैं। ये तीनों साधन रूप हैं, परन्तु कौन-सा योग किसके लिए उत्तम ह...
भगवान ने ज्ञानयेाग, कर्मयोग तथा भक्तियोग का वर्णन किया है, उनके लक्षण बताए हैं। ये तीनों साधन रूप हैं, परन्तु कौन-सा योग किसके लिए उत्तम ह...
वह चार श्लोक जिनको विस्तृत करके श्रीमद्भागवत महापुराण की रचना हुई। भगवान नारायण ने ब्रह्माजी को ज्ञान दिया, केवल चार श्लोकों में, इसी को ...
मोक्ष क्या है? श्रीमद्भागवत कहता है- "मुक्तिर्हित्वान्यथारूपं स्वरूपेण व्यवस्थितिः। " ( श्रीमद्भागवत महापुराण २.१०.६ ) आत्मा जो दे...
जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम् । डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिव...
मुदाकरात्तमोदकं सदा विमुक्तिसाधकं कलाधरावतंसकं विलासिलोकरक्षकम् । अनायकैकनायकं विनाशितेभदैत्यकं नताशुभाशुनाशकं नमामि तं विनायकम् ॥१॥ I ...
Five senses, along with the mind makes six senses. Each of the five senses need the help of mind to perceive their respective subjects like ...
Health like wealth. Until we lose, we do not know its real value. When we got health-related a big problem. Then we thought oh no I will car...